1 मार्च 2012

तब याद तुम्हारी आये

मेरा चाँद आज क्यूँ खोया
ये आसमान क्यूँ सोया
जब भ्रमर कुमुदिनी डोले
दिल उठे हिलोर यूँ हौले
वहां दूर कहीं कोई गाये
दिल उमड़ उमड़ सा जाये
चहुँ ओर बसंत लहराए
यौवन मदमस्त गदराये
तब याद तुम्हारी आये
तब याद तुम्हारी आये //

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