14 मई 2013

वह न आई !

कहीं दूर 
कोई आहट सी 
शायद उसी की 
वहां किसी मोड़ 
सांझ का दीवट 
वहीँ फिर में छुपा सा 
सहसा 
उठती हुई ध्वनिओं का 
अहसास सा हुआ 
वहीँ तो छोड़ा था उसे 
की शायद याद न आये 

 वह फिर आई 
 किन्तु 
 वह न आई !

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