जैसा हम सोचा करते हैं
वैसे ही हो जाया करते /
प्रतिपल दिव्य हमारे मानो
उन्हीं देव को उनमे मानो //
"अस्तु देवता " यत्र-तत्र सब
कहें "तथास्तु" पूर्ण करें सब /
भला बुरा यदि , कहा अनजाना
वही "तथास्तु " हुआ यह जाना //
"आज की अभिव्यक्ति "(Hindi Poems) कवि नीरज की दैनिक अभिव्यक्ति का एक अंश मात्र.....Contact 9717695017
मै भारत का नेता हूँ नेता नहीं अभिनेता हूँ चमचे चिपकें जैसे गोंद धोती नीचे हिलती तोंद // मेरी तोंद बढे हो मोटी सारे चेले सेंक...
9 टिप्पणियां:
बिलकुल सही है, universe सब सुनता है, और कहता है...
"Your wish, my command "
Thanx :)
अहम् ब्रह्मास्मि का प्रक्षेपण ही है तथास्तु..अति सुन्दर..
अति सुन्दर
अति सुन्दर
बहुत खूब त्यागी जी ।
बहुत खूब त्यागीजी ।
बहुत खूब त्यागीजी ।
Thanx Pathak ji
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