कहीं दूर
कोई आहट सी
शायद उसी की
वहां किसी मोड़
सांझ का दीवट
वहीँ फिर में छुपा सा
सहसा
उठती हुई ध्वनिओं का
अहसास सा हुआ
वहीँ तो छोड़ा था उसे
की शायद याद न आये
वह फिर आई
किन्तु
वह न आई !
"आज की अभिव्यक्ति "(Hindi Poems) कवि नीरज की दैनिक अभिव्यक्ति का एक अंश मात्र.....Contact 9717695017
मै भारत का नेता हूँ नेता नहीं अभिनेता हूँ चमचे चिपकें जैसे गोंद धोती नीचे हिलती तोंद // मेरी तोंद बढे हो मोटी सारे चेले सेंक...
5 टिप्पणियां:
आपकी यह प्रस्तुति कल के चर्चा मंच पर है
धन्यवाद
बहुत सुन्दर प्रस्तुति !
अनुशरण कर मेरे ब्लॉग को अनुभव करे मेरी अनुभूति को
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सुन्दर अभिव्यक्ति..
Bahut sundar
वाह क्या बात है
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