वो दृष्टि की गहराई
इधर उधर
भाव समेटे
रंगों के भाव
लकीरों में भाव
वो निराकार को
आकर में बदलती
समवेत कून्चियाँ
भाव से सृष्टि
सृष्टि की एक रचना
मेरी रचना ,
मेरी पेंटिंग //
"आज की अभिव्यक्ति "(Hindi Poems) कवि नीरज की दैनिक अभिव्यक्ति का एक अंश मात्र.....Contact 9717695017
मै भारत का नेता हूँ नेता नहीं अभिनेता हूँ चमचे चिपकें जैसे गोंद धोती नीचे हिलती तोंद // मेरी तोंद बढे हो मोटी सारे चेले सेंक...
3 टिप्पणियां:
word painter..........gr88888888
सुंदर पेंटिंग ।
सुंदर पेंटिंग ।
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