वो नारों का शोर
अहंकार सी ख़ुशी
गैरत के नाम पर
बस कर लो ख़ुदकुशी //
आज़ादी के सपने
सियासत में भिगाये
मासूमों की गुमराही
झूठी जन्नत दिखाए //
कमसिन नादान वो
पथ्थरों से खेलते
कौन है दोस्त दुश्मन
कभी न जानते //
बस पत्थर उठायें
जन्नत को ढूंढते
काफिरों को मार
फ़ना की ही सोचते //
भोले नादान वो
ज़िन्दगी दांव लगाते
इंसानियत के दुश्मनों की
साजिश न भांप पाते //
हथियार का जखीरा
कोई तो मोल लेगा
हिन्दू या मुस्लिम
कोई तो लड़ेगा
वो गैरत के नाम पर
मासूमों को बरगलाते
जला न पाते गरीब की दिया बाती
बारूद बाँध बस बन जा आत्म घाती //
//
अहंकार सी ख़ुशी
गैरत के नाम पर
बस कर लो ख़ुदकुशी //
आज़ादी के सपने
सियासत में भिगाये
मासूमों की गुमराही
झूठी जन्नत दिखाए //
कमसिन नादान वो
पथ्थरों से खेलते
कौन है दोस्त दुश्मन
कभी न जानते //
बस पत्थर उठायें
जन्नत को ढूंढते
काफिरों को मार
फ़ना की ही सोचते //
भोले नादान वो
ज़िन्दगी दांव लगाते
इंसानियत के दुश्मनों की
साजिश न भांप पाते //
हथियार का जखीरा
कोई तो मोल लेगा
हिन्दू या मुस्लिम
कोई तो लड़ेगा
वो गैरत के नाम पर
मासूमों को बरगलाते
जला न पाते गरीब की दिया बाती
बारूद बाँध बस बन जा आत्म घाती //
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