"आज की अभिव्यक्ति "(Hindi Poems) कवि नीरज की दैनिक अभिव्यक्ति का एक अंश मात्र.....Contact 9717695017
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10 टिप्पणियां:
sunder ehsaas......
:)
its awsome.. hw perfectly aapne sayonja hai apne words ko ki kaise "dahlejo ke paar bula le".. :) its really awesome. i shared it on twitter :)
लुका छिपी ये आखिर कब तक
रहूँ खड़ा मैं आखिर कब तक
दूर दूर अब पास बुला ले
दहलीजों के पार बुला ले //
वाह...बहुत सुन्दर है आज की अभिव्यक्ति...
स्निग्ध भावों को बिखेरती सुन्दर रचना ..
thnx
Beautiful...
प्यार में तो दहलीज़ पार करनी hi पड़ती है ... सुंदर रचना /
शुभ होली
bahut khoob sir
धन्यवाद !
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